nuh violence नूंह हिंसा :
नूंह में हुई हिंसा के दौरान बजरंग दल कार्यकर्ता की हत्या मामले में ‘आप’ पार्टी के प्रदेश संयोजक जावेद अहमद पर आधा दर्जन से अधिक धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।
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जावेद अहमद कौन है? नूंह में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में आम आदमी पार्टी (आप) के प्रदेश संयोजक जावेद अहमद का नाम सामने आया। आरोप है कि उन्होंने भीड़ को हिंसा के हमले के लिए उकसाया।
मुख्य घटनाक्रम: जावेद अहमद पर प्रदीप शर्मा की हत्या का आरोप है। पवन ने सोहना सिटी थाने में एफआईआर दर्ज करवाई। पुलिस ने जावेद पर कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की।
पवन और प्रदीप को भीड़ ने पीटा और प्रदीप को अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उसकी मौत हो गई। पवन ने कहा कि वह जावेद अहमद को पहचानता है।
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विवरण: जावेद अहमद पर बजरंग दल के कार्यकर्ता प्रदीप शर्मा की हत्या का आरोप है, जिसका संकेत सोहना के निरंकारी चौक पर 31 जुलाई को हुआ था। इसकी सूचना पुलिस को भोंडसी के निवासी पवन द्वारा सोहना सिटी थाने में दी गई थी। पुलिस ने तुरंत जांच आरंभ की है, जिसमें जावेद के खिलाफ आईपीसी की धाराओं 302, 506, 188, 147, 148, 149 और आर्म्स एक्ट की धारा 25 (1B) में एफआईआर दर्ज हो चुकी है।
एफआईआर के अनुसार, प्रदीप शर्मा पर भीड़ द्वारा हमला हुआ था, जब वह पवन कुमार के साथ कार में सोहना की ओर जा रहे थे। यह भी जानकारी में आई है कि पवन भी बजरंग दल से जुड़ा हुआ है।
एफआईआर के अनुसार, नल्हड़ मंदिर स्थित नूंह से प्रदीप और संगीयों का संचालन किया गया था, और वे नूंह की पुलिस लाइन में ले जाए गए थे। रात 10:30 बजे जब वे अपने घर के लिए निकले, पुलिस की वैन उन्हें सुरक्षित तरीके से ले जा रही थी। लेकिन सोहना पहुंचते ही, पुलिस वैन वापस मुड़ गई, कहते हुए कि सड़क सुरक्षित है।
उसके बाद, एक स्कॉर्पियो कार ने उन्हें ट्रैक किया और उनके सामने रुक गई। जब वे उस क्षेत्र में पहुंचे, वहां पर 200 से अधिक लोग खड़े थे। उस समूह के अग्रणी जावेद अहमद ने अन्य लोगों से कहा कि वे प्रदीप और पवन को मार डालें, और जो भी परिणाम हो, वह संभाल लेगा।
फिर एक भीड़ ने उन पर हमला किया, और प्रदीप को उसकी गाड़ी से खींचकर निकाला और पीटा। पवन के अनुसार, पुलिस ने उसे वहां से उद्धार किया, लेकिन प्रदीप को उद्धार नहीं किया गया। इस हमले में, प्रदीप के सिर पर एक लोहे की रॉड से मार मारी गई थी, जिससे वह गिर गया।
पुलिस ने भीड़ को विभाजित किया और प्रदीप को सोहना के अस्पताल में ले जाया, जहां उसकी हालत को देखते हुए गुरुग्राम अस्पताल में भेज दिया गया और फिर दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में, जहां 2 अगस्त को उसकी मौत हो गई।
पवन ने जोर दिया कि वह जावेद अहमद को अच्छी तरह से जानता है और जब जरूरत हो, तो वह अन्य आरोपियों को भी पहचान सकता है।