तीन आरोपियों को पुलिस गिरफ्त में लाया गया है जोने एक ई-मेल भेजकर एक करोड़ 19 लाख, सैंतीस हजार रुपये का फ्रॉड कर दिया था। इनकी रिमांड कोर्ट से ली गई है और अब उनसे पूछताछ शुरू की गई है। इस पूछताछ में पता चला है कि उनकी कमजोर कड़ी कहां थी।
तीन लोगों द्वारा एक ई-मेल, एक सिम कार्ड और एक करोड़ के फ्रॉड का मामला आया सामने। ये खबर सुनते ही आपको फिल्म जैसी लग सकती है, लेकिन ये वास्तविकता है। कोलकाता से गिरफ्तार तीन धोखाधड़ी में शातिर लोगों का कारनामा सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। आप इस बात से भी सतर्क रहें कि कभी भी किसी अजनबी ई-मेल पर क्लिक नहीं करना चाहिए। कोर्ट से उनकी रिमांड लेकर पूछताछ शुरू हुई।
तीन अपराधियों की गिरफ्त में पुलिस ने इकट्ठा एक मामला हल किया है जहाँ इन्होंने महज एक ई-मेल भेजकर एक करोड़ 19 लाख, सैंतीस हजार का धोखाधड़ी कर दिया। इनमें से एक अतिकुर होम लोन और बीमा के काम करता है, परवेज बिल्डिंग कंस्ट्रक्शन का काम करता है और मुख्तार कपड़े का होलसेल व्यापारी है। इनकी लालच ने उन्हें साइबर धोखाधड़ी का शिकार बना दिया है। इन अपराधियों को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया है और उन पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
किस तरह से हुआ इतना बड़ा फ्रॉड ?
11 मार्च को शाम के 4 बजे, एक कंपनी के अकाउंट
[email protected] पर एक फर्जी ईमेल आया था जो वोडाफोन कंपनी की तरफ से आया था। इस ईमेल में
[email protected] लिखा था कि सिमकार्ड रिप्लेस करना पड़ेगा। यह एक फर्जी मेल था।
13 मार्च 2023 को, कंपनी के ट्रेजरर ने कंपनी के बैंक अकाउंट की जांच की तो उन्हें पता चला कि 11 और 12 मार्च को रात के 10 बजे अनजान ईमेल धारक
[email protected] ने
[email protected] पर सिमकार्ड बदलने का अनुरोध करते हुए एक करोड़ उन्नीस लाख सैंतीस हजार ट्रांसफर कर लिए थे।
अहमदाबाद पुलिस ने कोलकाता से कैसे पकड़े फ्रॉड?
जिस अकाउंट में पैसे ट्रांसफर किए गए थे, उसकी इन्फॉर्मेशन पर पुलिस ने काम किया। जांच के दौरान अतिकुर रहेमान खान, परवेज़ अहमद रउफ और मुख्तारअली मोमरेज अली के नाम सामने आए। इन तीनों को 28 अप्रैल को कोलकाता से गिरफ्तार किया गया था और उनसे पूछताछ शुरू की गई। पूछताछ में पता चला कि ये तीनों कमजोर कड़ी का हिस्सा थे। पुलिस ने इन तीनों से 4 मोबाइल बरामद किए थे। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि इन तीनों ने और कितने लोगों को चूना लगाया है।
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